इ सही बात
बा की केहू दूध के धोवल नइखे पर जवन उपलब्ध बा ओ में भाजपा नंबर वन बा। अब देखि
लीं, आज की समय में सब पार्टियन में
चाहें कंगरेस होखे भा कवनो छेतरीय पारटी, सबमें परिवारवाद
हावी बा। आजु कांगरेस एगो परिवार के कठपुतली बनि के रहि गइल बिया। अच्छा-अच्छा
नेता होखले की बावजूद भी ए परिवार की खिलाफ केहू आवाज ना उठा सके और भीष्म पितामह
की तरे मजबूर होके, आँखि पर पट्टर बाँधि के काम करता लोग।
एतने ना, हम त इ कहबि की सोनियाजी प्रियंका के भी नजरअंदाज करतारी। काहेंकि हमरा
लागता की राहुल से प्रियंका नीमने बाड़ी, उनकर राहुल से अधिका जनाधारो बा, तब्बो
पुतमोह में सोनिया राहुले के आगे करतारी। लालू भा मुलायम की पारटी के भी इ हे हाल
बा। इ लोग भले भाजपा पर सांप्रदायिकता के केतनो दोस लगावे लोग पर का कबो इ लोग
अपनी गिरेबान में झांकि के देखता लोग? भाजपा के इ खुबी
ए लोगन के नइखे लउकत की संगठनात्मक दृष्टि से इ पूरा तरे परिवारवाद से ऊपर बिया।
हँ, ए हू में फलाना के लइका, लइकी,
मेहरारू, भाई आदि के टिकट मिल जाता पर संगठन
के बात कइल जाव त इ हे एगो एइसन पारटी बिया जवन परिवारवाद से एकदम्मे ऊपर बिया। हर
पारटी में कुछ अच्छाई बा त कुछ बुराई पर भाजपा में अच्छाई जेयादे अउर बुराई कम बा,
अउर हमरा इहो लागता की मोदीजी की नेतृत्व में इ पारटी अउर भी
पाक-साफ बनत जा तिया।
मोदीजी की अइले
की बाद बहुत कुछ बदलल बा देस में। सबसे बड़ बात त इ हे बा की घोटालन पर रोक लागि
गइल बा अउर साथे-साथे जनता अब बिचउलियन से दूर हो गइल बिया। मोदी सरकार की कुछ
कामन की चलते आज जनता के फायदा सीधे जनता के मिलता। एगो अउर बात कहबि, उ इ की इ प्रजातंत्र ह, लोकतंत्र
ह.... राजतंत्र ना। ए से मोदी सरकार के भी, मोदी के भी बहुत
कुछ मजबूरी हो सकेला अउर धीरे-धीरे क के ही कुछ मजबूरियन के परे धकेलल जा सकेला
अउर सही काम के नींव राखल जा सकेला। अगर मोदीजी तानासाह की तरे, एगो राजा की तरे व्यवहार कइल सुरु क दें त इनकी पारटी के ही कुछ गलत लोगन
के इ बुरा लागि सकेला, कुछ खराब नेता अपनी समर्थकन की बल पर
हंगामा क सकेने, ए से अच्छा बा की ए लोगन के सही तरीका से,
सही समय पर नियंत्रित कइल जाव, जवन मोदी जी क
रहल बाने। पर फेर कहबि की पिछली गैर भाजपाई सासन से इ सासन काफी अच्छा बा। अब
लागता की देश में जनता के सासन बा। विकास के आंधी बहता। नया-नया सड़कि, पुल-पुलनी
बनता। गाँव-गाँव में लाइन दउड़ि गइल बा अउर खूब लाइनो रहता। किसान आदि के समय पर
खाद-बिया मिल जाता। सिक्षा में भी काफी सुधार भइल बा।
कगरेस के
बात कइल जाव त देखीं, कांगरेस आजु एगो प्राइवेट कंपनी बनि के रहि गइल बिया। एकरी
मालिक के लइका, लइकी, मेहरी
आदि की हाथे में ही बागडोर रही भले उ लोग, जोग होखे भा ना। इ
हे हाल बहुत सारा अन्य पार्टियन के भी बा। एइसन में रउआँ खुदे सोंची की देस के का
भला करी ई लोग? ए से अच्छा बा की मोदीजी के पूरा समर्थन
दिआव, पर हँ, उनके भी साकारात्मक रूप
से आलोचना जरूरी बा अउर साथे-साथे ए सरकार की कामन के भी। एगो मजबूत विपछ हरदम सही
रहेला पर विपछ मजबूत होखे के चाहीं, सकारात्मकता से भरल होखे
के चाहीं न की बुरा के बुरा त बतावे, अच्छो के भी बुरा बतावल
सुरु क दे। एइसन बिपछ से फायदा ना नोकसाने होला।
मोदीजी के
भी अबहिन अपनी कामन में, ले बे वाला
निर्नययन में काफी सुधार के जरूरत बा। बहुत कुछ काम अबहिन जमीनी स्तर पर सुरू नइखे
भइल, ओके पहिले कइले के जरूरत बा। सबसे पहिले देस की आम जनता
खातिर, किसानन, मजदूरन खातिर, गाँव-गड़ा खातिर अच्छा-अच्छा जोजनन पर विचार कइले के ताक बा। सबसे पहिले
समाज के, देस के ए सबसे निचला स्तर के मजबूत कइले के,
समरिध कइले के ताक बा। सिछा व्यवस्था पूरा तरे मजबूत कइले के ताक बा
अउर एकरी कमियन के पूरा तरे दूर कइले के ताक बा। इ सही बात बा की मोदीजी की अइले
की बाद देस अउर मजबूती के साथ उठ खड़ा भइल बा, अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर देस के मजबूती अउर बढ़ि गइल बा पर अंदर से भी देस के ओतने मजबूत होखे के
चाहीं अउर ए लगाइत काम कइले के जरूरत बा।
अगर बुलेट
टरेन ले आइल जाता त पहिले से जवन रेल के हाल बा, ओहु के दुरुस्त कइले के ताक बा।
आमजन के जतरा में जवन असुविधा बा, ओ
पर विचार करत ओ के दुरुस्त कइले के ताक बा। ए ही तरे अउर भी बहुत सारा दैनिक अउर
अति आवस्यक समस्यावन से इ नीचला तबका, गरीब तबका, भारतीय तबका जूझ रहल बा, ओ पर सरकार के पूरा अउर
पूरा धेयान देहले के ताक बा। हम त इ हो कहबि की कांगरेस का कइलसि अउर का ना कइसलि
अब एकर रोना एकदम्मे रोवले के ताक नइखे अउर आगे बढ़त विकास के गंगा बहवले के ताक
बा। अगर कांगरेस ठीके रहित त फेर जनता ओ ही के ले आइल रहित। जनता के मोदी जी से,
ए सरकार से बहुते उम्मीद बा अउर जवने की चलते उहा-पोह की स्थिति की
बादो अबहिन जनता मोदीजी में, मोदी सरकार में आपन विस्वास
दरसावत नजर आवतिया। मोदीजी आज रउआँ देस के पीएम बानी अउर अगहुं रहबि त हम चाहबि की
जब रउआँ देस से बात करीं, देस के पीएम की रूप में बात करीं
अउर ओ बेरा एगो पारटी के मुखिया भा, पारटी की कार्यकर्ता से
ऊपर उठि के बात करीं। हँ, पर जहां एकदम्मे जरूरी बा उहां
रउआँ पारटी के मजबूत कार्यकर्ता बनल रहीं।
कत्तई एइसन
नेतन, पारटियन के चुनाव ना होखे के चाहीं जवन देस की सुरक्षा के भी मजाक बना देव।
अब देखीं न, अपनी कुछ नेतन लोगन के ही देन बा की पाकिस्तान अपनी हरकतन से बाज नइखे
आवत अउर कुछ भारतीय नेतन की बातन के आधार बनावत पूरा दुनिया के गुमराह कइले में
लागल बा। हमरा इ नइखे बुझात की बिपछ, सरकार की बिपछ में बा की देस की बिपछ में।
जेकरा खातिर देस से बड़ राजनीति हो गइल होखे, एइसन लोगन के राजनीति मने देस की
संसद आदि से दूरे राखल ठीक बा। हम इ कहतानी की जहां देस की सम्मान के बात होखे
उहां रउआं समर्थन में नइखीं त कम से कम चुप त रहीं, पर हां हम इहो कहबि की देस की
समस्यावन के बात होखे, जनता, देस के ले के अगर सरकार कुछ गलत करत होखे त रउआँ जरूर
आवाज उठाईं, पर देस की सनमान की साथे त खेलवाड़ बिलकुल मत करीं। रउरी बातन से अगर
दुसमन देस के फायदा होता त रउआँ केइसन नेत महराज, हमरी नजर में रउआँ गद्दारे रहबि।
त अंत में
हम एतने कहबि की एहु बेरा, समय के मांग
बा भाजपा अउर जनता भी ए बात के पूरा तरे समझतिया अउर मोदीजी में आपन विस्वास
दरसावतिया। कुछ राज्यन में भाजपा अपनी हार से सीखत अउर भी अच्छा तरे काम करी, इ
हमरा पूरा उम्मीद बा। साथे-साथे इ हो उम्मीद का पूरा विस्वास बा की 2019 में मोदिए
जी की नेर्तित्व में सरकार बनी अउर देस के विकास अउर तेजी से होई तथा साथे-साथे
आतंकवाद के खात्मा भी पूरा तरे हो जाई। खाली अंतररास्टीए स्तर पर ना बलुक अंदर से
भी हमार देस पूरा तरे मजबूत, सुख-समरिध हो जाई। जी हाँ, आज की समय में हमरी देस के
मालूम बा की भजपे एगो मजबूत, सही सासन दे सकेले। जय-जय।
पं.
प्रभाकर पांडेय गोपालपुरिया