मंगलवार, 12 मार्च 2019

अबहिनो समय के मांग बा भाजपा

इ सही बात बा की केहू दूध के धोवल नइखे पर जवन उपलब्ध बा ओ में भाजपा नंबर वन बा। अब देखि लीं, आज की समय में सब पार्टियन में चाहें कंगरेस होखे भा कवनो छेतरीय पारटी, सबमें परिवारवाद हावी बा। आजु कांगरेस एगो परिवार के कठपुतली बनि के रहि गइल बिया। अच्छा-अच्छा नेता होखले की बावजूद भी ए परिवार की खिलाफ केहू आवाज ना उठा सके और भीष्म पितामह की तरे मजबूर होके, आँखि पर पट्टर बाँधि के काम करता लोग। एतने ना, हम त इ कहबि की सोनियाजी प्रियंका के भी नजरअंदाज करतारी। काहेंकि हमरा लागता की राहुल से प्रियंका नीमने बाड़ी, उनकर राहुल से अधिका जनाधारो बा, तब्बो पुतमोह में सोनिया राहुले के आगे करतारी। लालू भा मुलायम की पारटी के भी इ हे हाल बा। इ लोग भले भाजपा पर सांप्रदायिकता के केतनो दोस लगावे लोग पर का कबो इ लोग अपनी गिरेबान में झांकि के देखता लोगभाजपा के इ खुबी ए लोगन के नइखे लउकत की संगठनात्मक दृष्टि से इ पूरा तरे परिवारवाद से ऊपर बिया। हँ, ए हू में फलाना के लइका, लइकी, मेहरारू, भाई आदि के टिकट मिल जाता पर संगठन के बात कइल जाव त इ हे एगो एइसन पारटी बिया जवन परिवारवाद से एकदम्मे ऊपर बिया। हर पारटी में कुछ अच्छाई बा त कुछ बुराई पर भाजपा में अच्छाई जेयादे अउर बुराई कम बा, अउर हमरा इहो लागता की मोदीजी की नेतृत्व में इ पारटी अउर भी पाक-साफ बनत जा तिया।

मोदीजी की अइले की बाद बहुत कुछ बदलल बा देस में। सबसे बड़ बात त इ हे बा की घोटालन पर रोक लागि गइल बा अउर साथे-साथे जनता अब बिचउलियन से दूर हो गइल बिया। मोदी सरकार की कुछ कामन की चलते आज जनता के फायदा सीधे जनता के मिलता। एगो अउर बात कहबि, उ इ की इ प्रजातंत्र ह, लोकतंत्र ह.... राजतंत्र ना। ए से मोदी सरकार के भी, मोदी के भी बहुत कुछ मजबूरी हो सकेला अउर धीरे-धीरे क के ही कुछ मजबूरियन के परे धकेलल जा सकेला अउर सही काम के नींव राखल जा सकेला। अगर मोदीजी तानासाह की तरे, एगो राजा की तरे व्यवहार कइल सुरु क दें त इनकी पारटी के ही कुछ गलत लोगन के इ बुरा लागि सकेला, कुछ खराब नेता अपनी समर्थकन की बल पर हंगामा क सकेने, ए से अच्छा बा की ए लोगन के सही तरीका से, सही समय पर नियंत्रित कइल जाव, जवन मोदी जी क रहल बाने। पर फेर कहबि की पिछली गैर भाजपाई सासन से इ सासन काफी अच्छा बा। अब लागता की देश में जनता के सासन बा। विकास के आंधी बहता। नया-नया सड़कि, पुल-पुलनी बनता। गाँव-गाँव में लाइन दउड़ि गइल बा अउर खूब लाइनो रहता। किसान आदि के समय पर खाद-बिया मिल जाता। सिक्षा में भी काफी सुधार भइल बा।

कगरेस के बात कइल जाव त देखीं, कांगरेस आजु एगो प्राइवेट कंपनी बनि के रहि गइल बिया। एकरी मालिक के लइका, लइकी, मेहरी आदि की हाथे में ही बागडोर रही भले उ लोग, जोग होखे भा ना। इ हे हाल बहुत सारा अन्य पार्टियन के भी बा। एइसन में रउआँ खुदे सोंची की देस के का भला करी ई लोगए से अच्छा बा की मोदीजी के पूरा समर्थन दिआव, पर हँ, उनके भी साकारात्मक रूप से आलोचना जरूरी बा अउर साथे-साथे ए सरकार की कामन के भी। एगो मजबूत विपछ हरदम सही रहेला पर विपछ मजबूत होखे के चाहीं, सकारात्मकता से भरल होखे के चाहीं न की बुरा के बुरा त बतावे, अच्छो के भी बुरा बतावल सुरु क दे। एइसन बिपछ से फायदा ना नोकसाने होला।

मोदीजी के भी अबहिन अपनी कामन में, ले बे वाला निर्नययन में काफी सुधार के जरूरत बा। बहुत कुछ काम अबहिन जमीनी स्तर पर सुरू नइखे भइल, ओके पहिले कइले के जरूरत बा। सबसे पहिले देस की आम जनता खातिर, किसानन, मजदूरन खातिर, गाँव-गड़ा खातिर अच्छा-अच्छा जोजनन पर विचार कइले के ताक बा। सबसे पहिले समाज के, देस के ए सबसे निचला स्तर के मजबूत कइले के, समरिध कइले के ताक बा। सिछा व्यवस्था पूरा तरे मजबूत कइले के ताक बा अउर एकरी कमियन के पूरा तरे दूर कइले के ताक बा। इ सही बात बा की मोदीजी की अइले की बाद देस अउर मजबूती के साथ उठ खड़ा भइल बा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देस के मजबूती अउर बढ़ि गइल बा पर अंदर से भी देस के ओतने मजबूत होखे के चाहीं अउर ए लगाइत काम कइले के जरूरत बा।
अगर बुलेट टरेन ले आइल जाता त पहिले से जवन रेल के हाल बा, ओहु के दुरुस्त कइले के ताक बा। आमजन के जतरा में जवन असुविधा बा, ओ पर विचार करत ओ के दुरुस्त कइले के ताक बा। ए ही तरे अउर भी बहुत सारा दैनिक अउर अति आवस्यक समस्यावन से इ नीचला तबका, गरीब तबका, भारतीय तबका जूझ रहल बा, ओ पर सरकार के पूरा अउर पूरा धेयान देहले के ताक बा। हम त इ हो कहबि की कांगरेस का कइलसि अउर का ना कइसलि अब एकर रोना एकदम्मे रोवले के ताक नइखे अउर आगे बढ़त विकास के गंगा बहवले के ताक बा। अगर कांगरेस ठीके रहित त फेर जनता ओ ही के ले आइल रहित। जनता के मोदी जी से, ए सरकार से बहुते उम्मीद बा अउर जवने की चलते उहा-पोह की स्थिति की बादो अबहिन जनता मोदीजी में, मोदी सरकार में आपन विस्वास दरसावत नजर आवतिया। मोदीजी आज रउआँ देस के पीएम बानी अउर अगहुं रहबि त हम चाहबि की जब रउआँ देस से बात करीं, देस के पीएम की रूप में बात करीं अउर ओ बेरा एगो पारटी के मुखिया भा, पारटी की कार्यकर्ता से ऊपर उठि के बात करीं। हँ, पर जहां एकदम्मे जरूरी बा उहां रउआँ पारटी के मजबूत कार्यकर्ता बनल रहीं।

कत्तई एइसन नेतन, पारटियन के चुनाव ना होखे के चाहीं जवन देस की सुरक्षा के भी मजाक बना देव। अब देखीं न, अपनी कुछ नेतन लोगन के ही देन बा की पाकिस्तान अपनी हरकतन से बाज नइखे आवत अउर कुछ भारतीय नेतन की बातन के आधार बनावत पूरा दुनिया के गुमराह कइले में लागल बा। हमरा इ नइखे बुझात की बिपछ, सरकार की बिपछ में बा की देस की बिपछ में। जेकरा खातिर देस से बड़ राजनीति हो गइल होखे, एइसन लोगन के राजनीति मने देस की संसद आदि से दूरे राखल ठीक बा। हम इ कहतानी की जहां देस की सम्मान के बात होखे उहां रउआं समर्थन में नइखीं त कम से कम चुप त रहीं, पर हां हम इहो कहबि की देस की समस्यावन के बात होखे, जनता, देस के ले के अगर सरकार कुछ गलत करत होखे त रउआँ जरूर आवाज उठाईं, पर देस की सनमान की साथे त खेलवाड़ बिलकुल मत करीं। रउरी बातन से अगर दुसमन देस के फायदा होता त रउआँ केइसन नेत महराज, हमरी नजर में रउआँ गद्दारे रहबि।

त अंत में हम एतने कहबि की एहु बेरा, समय के मांग बा भाजपा अउर जनता भी ए बात के पूरा तरे समझतिया अउर मोदीजी में आपन विस्वास दरसावतिया। कुछ राज्यन में भाजपा अपनी हार से सीखत अउर भी अच्छा तरे काम करी, इ हमरा पूरा उम्मीद बा। साथे-साथे इ हो उम्मीद का पूरा विस्वास बा की 2019 में मोदिए जी की नेर्तित्व में सरकार बनी अउर देस के विकास अउर तेजी से होई तथा साथे-साथे आतंकवाद के खात्मा भी पूरा तरे हो जाई। खाली अंतररास्टीए स्तर पर ना बलुक अंदर से भी हमार देस पूरा तरे मजबूत, सुख-समरिध हो जाई। जी हाँ, आज की समय में हमरी देस के मालूम बा की भजपे एगो मजबूत, सही सासन दे सकेले। जय-जय।

पं. प्रभाकर पांडेय गोपालपुरिया


गुरुवार, 17 नवंबर 2016

जय हिंद। जय भारत।

ए भकभेल्लर। लालू की भाखा में बताऊँ का तुमको। हो सकता है कि मेरे कदम से लोगों को कुछ परेशानी हुई हो...पर उतना भी नहीं जितना तूँ सोच रहा है और चिल-पौं मचा रहा है.....तेरी नोट....जो तेरी थी ही नहीं.....वही तो लिया हूँ.....जनता की थी, देश की थी...अब जनता के, देश के काम आएगी......तूँ चिल्लाता रह.....केजरी संग भा राहुल संग गाता रह....कुछ फायदा नहीं जनता सब समझती है..........जय-जय........भारत माता की जय।
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सरकार के अच्छे कामों का करते रहें समर्थन सदा,
जयति जय भारत, भारत माता की जय-जय हो सदा।
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शुक्रवार, 4 सितंबर 2015

'पाक' तेरे 'नापाक' हरकत, ले डूबे अब तुम्हे


गलती पर गलती अउर उहो छमाजोग ना अछम्य गलती। आखिर पाकिस्तान चाहत का बा! काहें उ भारत की सहनसीलता के, धीरज के, उदारता के इंतिहान ले रहल बा। उहे भारत जवन अहिंसा के पुजारी ह, उहे भारत जवन बसुधैव कुटुंबकम के पोसक ह। पर का पाकिस्तान इ भुला गइल बा कि इ उहो भारत ह जहाँ दुस्टन के, पापन के सरबनास करे के पूरा छमता बा। इ उहे भारत ह जब पाप, दुस्तता बहुते बढ़ि जाला, पानी सिर की ऊपर से बहे लागेला त अधरम के नास क के धरम के स्थापना क देला। भारत पूरा तरे एगो पूरन छमतावान देस बा। हँ इ हो सही बात बा की आज की समय में तनि गंदी राजनीती की चलते इ कमजोर भइल बा पर एकर मतलब इ नइखे की उ टुच्चा पाकिस्तान के मटियामेट ना क सके।
भारत हमेसा से चहले बा की दुनिया में सांति-समरिधी के सामराज रहो अउर ए ही दिसाईं इ हमेसा काम भी कइले बा पर अगर एकरी उदारता के केहू एकर कमजोरी समझ ले त उ ओकर भूल बा। कहल गइल बा की छमा बीरन के आभूसन होला पर एकर मतलब केहू इ हो मत लगावो की उ गलती पर गलती करत रही अउर भारत हाथ पर हाथ ध के, बातन से ओके समझावत, चुप बइठल रही। आज की समय में मोदीजी की नेर्तित्व में भारत पूरा दुनिया के आपन सांति के, भाईचारा के पैगाम देहले में सफल बा अउर दुनिया भी जानतिया की भारत हमेसा सांति, भाईचारा के पछधर रहल बा, उ कबो कवनो एइसन काम ना करी जवने से देस-दुनिया के नोकसान होई पर पूरा विस इहो जानता की कबो-कबो जुध जायजो होला काहें की जब केहू अपने दुस्टता से बाज ना आवे त सांती, भाईचारा के फेरू ले आवे खातिर जुध करहीं के परेला।
आखिर कबले पाकिस्तान अपनी दोगलई से दुनिया की आँखि में धूरि छोंकत रही? उ रही-रही के सीमा पर हमला क के भारतीय सीमावर्ती छेत्रन में उत्पाद मचावत रही, आतंकवादी गतिविधियन से भारत का पूरा बिस की नाके में दम करत रही अउर इ हो देखावे के कोसिस करत रही की ए सब गतिविधियन में ओकर हाथ नइखे। रही-रही के सीमा पर, कस्मीर में आपन जवान सहीद होत रहताने, एक-एक क के केतने जवान, भारतीय किसान, गँवई सहीद हो गइने, केतने बच्चन से ओकर माई-बाप त केतने माई-बाप से ओकरी बच्चन के छिन लेहलसि पाकिस्तान अउर अबहिनो मानत नइखे, लउर-लबेदई हांकता अउर ओछी हरकत से भारतीय सीमा पर उत्पाद मचावत रहता।
खैर अब ओकर दिन लदि गइल बा। मोदीजी के पूरा एहसास हो गइल बा की पूरा भारत अब चाहता की पाकिस्तान के ईंट के जबाब पथर से दिआव, ओके छट्ठी के दुध इयाद करा देहल जाव, सदा खातिर ओकरी नाक में नकेल कसि देहल जाव, ओ के ममोरी के चुल्हि में ए तरे फूंकि देहल जाव की फेर कबो सपना में भी उ गलत हरकत करे के न सोचों। एगो अउर बात, ओकरा जवन इहो भरम बा की मोदी जी खालि बोलिहें कुछ करिहें ना, ऊ ओकर एगो बड़ गलत सोंच बा। मोदीजी अब पूरा तरे तइयार हो गइल बानीं, उहां की चेहरा के गंभीरता, आवत-जात हाव-भाव अउर बातन से इ पूरा तरे साफ हो गइल बा की अब उहां का पूरा तरे धरम-जुध करे खातिर तइयार हो गइल बानीं। एगो एइसन धरमजुध जवने में पाक के नापाक हरकत जलि के खाक हो जाई, ओकरा फेरू पूरा तरे विस्वास हो जाई की बाप बाप होला। ओकरे ना पूरा दुनिया के इ हो विस्वास हो जाई की अगर मोदीजी घूमि-घूमि के सांति-समरिधी के स्थापना खातिर हाथ जोड़ि सकेने त जरूरी भइले पर उ धरमजुध क के सुख-सांति के स्थापना क के दुनिया में भारत के स्पस्ट संदेस भी दे सकेने। हर अदमी अपनी-अपनी अस्तर पर सोचेंला की फला जगहि हम रहतीं त हई क देतीं, हउ क देतीं पर सच्चाई ई बा की पद पर गइले की बाद ओ पद अनुरूप बातन के, कामन के, जिम्मेदारियन के भान होला पर मोदी जइसन बिबेकी बेयक्ति, रास्टभक्त बेयक्ति सही समय पर सही काम कइए के दम लेई, इ हमरा पूरा विस्वास बा अउर अब हमार मानीं त उ समय आइयो गइल बा जब पाक अपनी दुस्तता की जलते खाक हो जाई।
पाकिस्तान के अति अब ना सहाई,
जल्दिए गोली के जवाब, तोपे से दिआई।
उ करता खाली सीमा से लागल छेत्रन में गोलीबारी,
अब ओकरी घर में घुसि के, लाहौर, करांची ले मारल जाई।
एतना चली बम अउर बमगोला की उ बाप-बाप चिल्लाई,
दुनिया में कहीं ना मिली ओके सहारा, बाबूजी (भारत) की पैर में पड़ि के उ घिघिआई।।
जय हिंद बोलीं, जय भारत बोलीं अउर एगो नव भारत, ससक्त भारत, समरिध भारत के उदय देखत पूरा तरे निस्चिंत हो जाईं की आवे वाला समय भारते के बा। हँ इ सही बात बा की भारत में अबहिन बहुत सारी गंभीर समस्या बानीसन। जमीनी अस्तर पर बहुत कुछ जल्द से जल्द कइले के ताक बा अउर हमरा लागता की मोदीजी की नेर्तृत्व में हमनी जान ए दिसाईं अच्छा काम क रहल बानीं जा सायद जवने के परिनाम आवे वाला समय में लउकी। पर अबहिन त हम इ ह कहबि की अधरोटी खाइल ठीक बा, भूखन मरि गइल ठीक बा पर अपनी सम्मान के बनावे राखे खातिर पाकिस्तान के, आतंकवाद के मुँह तोड़ देहल एकदम्मे जरूरी बा अउर अब उ घरी एकदम्मे आ गइल बा, पाकिस्तान की सिर पर काल नाच रहल बा। खात्मा-खात्मा अउर सिर्फ खात्मा। जय हिंद। जय भारत।
पं. प्रभाकर पांडेय